दुनिया में बहुत ऐसे महान राजा हुए हैं जो अपनी कुशल रणनीति के कारण बैठे बैठे युद्ध जीत जाया करते थे। लेकिन कुछ ऐसे b ही राजा हुए हैं जो राजा होने के साथ साथ एक महान योद्धा भी थे जो अपनी सेना के साथ मिलिकर युद्ध लड़ते थे और जीतते भी थे ।इतिहास के पन्नो में उन्होंने अपनी वीरगाथा को ऐसा लिखा जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता। तो आइये जानते हैं ऐसे ही दुनिया के सबसे सर्वश्रेष्ट 1 महान योद्धाओ को बारे में यानी top 10 Greatest Warriors of all time।
10- Spartacus – the gladiator
स्पार्टाकस का जन्म 109 ई.पु Thrace, यूरोप में हुआ था Spartacus एक गुलाम था। जिसको gladiator भी कहा जाता है Spartacus में साहस और स्वतंत्रता का ऐसा जूनून था कि उसकी वजह से रोमन साम्राज्य ने गुलामो का ऐसा विद्रोह देखा जो इतिहास में पहले किसी ने नहीं देखा था 73 इसा पूर्व Spartacus कुछ गुलामो के साथ रोम की गुलामो वाली जेल से भाग निकला । उसके बाद उसने अन्य गुलाम नेताओ के साथ मिलकर पुरे गुलामो के समूह को सेना में संगठित किया और रोम साम्राज्य से स्वतंत्रता का युद्ध छेड़ दिया। उसने रोम से कई युद्ध जीते कहा यह जाता है 71 इसा पूर्व में रोम से युद्ध में उसकी मौत हो गयी थी vलेकिन इतिहास में उसकी मौत का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। पुरे रोम को इतना आतंकित किसी भी अकेले व्यक्ति ने नहीं किया जितना Spartacus में रोम को डराया वह वाकई एक महान योद्धा था ।
9-Xiahou Dun – the blind warrior
Xiahou Dun का जन्म 155 ईस्वी में चाइना के Bozhou में हुआ था। वह राजवंश परिवार से सम्बन्ध रखता था और cao cao army का military general था Xiahou Dun जवानी में बहुत ही गुस्सैल प्रकृति का था। और हर युद्ध को बहुत पागलपन से लड़ता था। Xiahou Dun के बारे में जो सबसे प्रचलित घटना है वह यह है की एक युद्ध के दौरान उसकी बाई आँख में अचानक से तीर लगा उसने वह तीर अपने हाथ से पकड़ कर बहार खींचा लेकिन उस तीर के साथ उसके बाई आंख भी बाहर निकल आई अपने अचंभित सैनिको और दुश्मनों के सामने ही वह अपनी बाई आंख को निगल गया, इस घटना के बाद से ही चीन भर में दुश्मन सेना के सैनिक एक आंख वाले योद्धा के डर से डरे हुए रहते थे xiahou को the blind warrior बही कहा जाता है । Xiahou Dun की मृत्यु 220 ईस्वी में हुई थी ।
8- Pyrrhus of Epirus
Pyrrhus of Epirus का जन्म 318 ईस्वी पूर्व Epirus में हुआ था। Pyrrhus Hellenistic राज्य का महत्व्कक्षी राजा था इतिहास में उसका नामं एक महान और कुशल रणनीतिकारो में सबसे उपर आता है ने केवल 25000 सैनिको और केवल 20 हाथियों की छोटी सी सेना की मदद से इटली और रोम पर आक्रमण किया और रोमन army पर जीत हासिल की इसके बाद उसने macedonia को हराया जबकि उसके पास एक छोटी सी सेना थी। उसने बहुत से युद्ध लड़े और वह हमेशा सैनिको के बीच जाकर युद्ध करता था और सैनिको को पराजित करता था ।उसके बाद उसने Macedonia और Sparta पर भी आक्रमण किया वह 272 ईस्वी में सड़क पर टहलते हुए अचानक हमले में मारा गया वह एक महान योद्धा था ।
7- Miyamoto Musashi
Miyamoto Musashi का जन्म 1584 को जापान में हुआ था। वह एक जापानी तलवारबाज और ronin था वह मात्र 13 साल की उम्र में ही अच्छा तलवारबाज बन चुका था ।बहुत से इतिहास कारो ने Miyamoto को अब तक का दुनिया का सबसे कुशल तलवारबाज कहा है। वह हमेशा अकेला लड़ता और कभी भी कोई लड़ाई नहीं हारा ।वह एक समय में कई तलवारबाजों के साथ आसानी से लड़ जाता था Miyamoto ने तलवारबाजी मैं कई तकनीकों का अविष्कार किया और तलवारबाजी पर कई किताबें भी लिखी ।
6- King Rechard – the lion heart
इनका जन्म 157 ईस्वी में England में हुआ था। rechard राजवंश परिवार से ताल्लुक रखता था उसके पिता England के राजा थे ।और बाद में वह भी इंग्लैण्ड का राजा बना king rechard तीसरे धर्म युद्ध में हुयी लड़ियों की वजह से प्रसिद्ध हुआ। जहाँ वह मुस्लिम राजा सलादीन के खिलाफ लड़ा था। king Rechard में अपने जीवन में इतने युद्ध लड़े कि वह 10 साल के कार्यकाल में सिर्फ 6 महीने ही England में रहा king rechard को The lion heart इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह अपने दुश्मनों पर किसी भी तरह की दया नहीं दिखाता था। वह एक साहसी योद्धा great leader और बहादुर सैनिक होने के साथ साथ एक समझदार राजा भी था। king rechard ने तृतीय धर्म युद्ध में मुस्लिमो को England में घुसने नहीं दिया इसलिए England के इतिहासकारों में king rechard को महत्वपूर्ण स्थान दिया है ।
5- Hannibal Barca
हैनिबल बरका का जन्म 247 ई पूर्व Carthage, Tunisia में हुआ था। hannibal ने पैदल सेना घुड़सवार तीरंदाज अदि सेना को संयुक्त कर युद्ध की एक ऐसी रणनीति विकसित की थी जो आगे चलकर बहुत ही कारगर साबित हुई। hannibal को महान योद्धा, शानदार रणनीतिकार और युद्ध कला में कुशल प्रयोगों का महारथी मानाजाता है । हैनिबल ने भी रोमन साम्राज्यों के साथ अनेको युद्ध किया वह जब तक जिया रोमन का दुश्मन बना रहा वह जहाजो से रोमन पर हमला नहीं कर सकता था क्योंकि समुद्र पर रोम का कब्ज़ा था। तो रोम पर हमला करने के लिए उसने एल्प्स की पहडियो का सफ़र अपनी पूरी सेना के साथ पैदल तय किया इस सफ़र में है ।निबल को अपनी अधि से अधिक सेना को खोना पड़ा इस सफ़र के दौरान हैनिबल ने एक बर्फ की पहाड़ी पर शराब डालकर इसलिए आग लगा दी थी ताकि आग से बर्फ पिघल सके और वह आसानी से पहाड़ी पार कर सके। cannae का युद्ध hannibal के द्वारा लड़ा गया सबसे अधिक प्रसिद्ध युद्ध है। इस युद्ध में रोम के 50 से 70000 सैनिक मारे गए जबकि हैनिबल के सिर्फ 4000 सैनिक ही मारे गए थे इस युद्ध में hannibal ने इस युद्ध में ऐसी ऐसी रणनीतियो का स्तेमाल किया जो उस समय कोई सोच भी नहीं सकता था ।
4- Julius Caesar
जूलियस सीजर का जन्म 100 ई. पूर्व रोम इटली में हुआ था julius saesar को रोम साम्राज्य का सबसे लोकप्रिय राजा माना जाता है julius saesar ने अपने कार्यकाल में रोम का जितना विकास और विस्तार किया उतना किसी भी रोमन राजा ने नहीं किया जूलियस सीजर को युद्ध के मैदान में बहादुरी से लड़ने के लिए जाना जाता है वह कभी भी किसी भी युद्ध मे नहीं हारा The great Pompey को और उसके बेटो को भी जूलियस सीजर ने हराया आज भी julius caesar को पूरी दुनिया की शिक्षा पद्धति में पढाया जाता है तथा जगह जगह थिएटर में उसके नाटक किये जाते हैं julius caesar की मृत्यु राज्य के आतंरिक षड्यंत्रों की वजह के कारण 44 ई. पूर्व में हो गयी थी ।
3- Lionidas of Sparta
Lionidas of Sparta का जन्म 1540 ई. पूर्व स्पार्टा, ग्रीस में हुआ था। अपने एक hollywood movies 300 तो जरूर देखि होगी जो Lionidas के किरदार एवं इसकी कहानी पर आधारित है ।वह केवल अपने 300 सिपाहियों के साथ मिलकर लाखो फर्सियो के साथ युद्ध करने के लिए निकल पड़ा था Lionidas को इतिहास में बेमिसाल साहस, निडर योद्धा, और बहादुर योद्धाओ में से एक माना जाता है। Lionidas ने 300 सैनिको के साथ मिलकर फर्सियो से युद्ध में लाखो सैनिको को मार गिराया था लेकिन बाद में 480 इ. पूर्व वह Battle of Thermopylae में मारा गया था ।
2- Genghis Khan
चंगेज खान का जन्म सन 1162 ई. पूर्व मंगोल में हुआ था। Genghis Khan को मंगोल आक्रमणकारी के रूप में जाना जाता है । Genghis Khan ने मंगोल साम्राज्य को बनाया और उसका विस्तार किया उसके समय तक केवल वह ही एक ऐसा एकलौता इंसान था जिसने इतने बड़े साम्राज्य को बनाया और उसका विस्तार किया उसने धरती का एक चौथाई हिस्सा कब्ज़ा लिया था या जीत लिया था। वह इतना विध्वंशक था कि उसके रास्ते में जो भी आया वह मारा गया । पुरे एशिया और यूरोप पर उसका कब्ज़ा हो गया था । एक अनुमान के अनुसार उसके कारण 4 million लोगो की मौत हुई। Genghis Khan चतुर चाल और ब्रुटल (निर्दई) इन्सान कहा जाता है । उसके समय में पूरी दुनिया में मंगोल आक्रमणकारिओ का इतना दर था की लोगो के सपने में भी Genghis Khan आता था।
1- Alexander – The Great
Alexander the Great को India में सिकंदर भी कहा जाता है। Alexander का जन्म 356 ई. पूर्व ग्रीस में हुआ था । Alexander ने मात्र 25 साल की उम्र में ही उसने Anatolia, Syria, Phoenicia, Judea, Gaza, Egypt,Mesopotamia, Persia, तक्षशिला लगभग आधी दुनिया को जीत लिया था वह अपने सैनिको के बीच जाकर लड़ाई लड़ता था। उसने अपनी ज़िन्दगी में कभी कोई लड़ाई नहीं हारी इसलिए इतिहासकारों ने उसके नाम के साथ The great जोड़ दिया। Alexander the Great जो नाम इतिहास में हमेशा सबसे उपर रहता है क्योंकि अब नामुमकिन है कि कोई ऐसा व्यक्ति हो जो इतने बड़े क्षेत्र पर कब्ज़ा कर सके वह एक था जो अब नहीं है only one Alexander the Great ।
लेकिन दोस्तों मैं आपको बताता हूँ कि जब सिकंदर भारत आया था तब उसका मुकाबला हुआ था हमारे भारत के महान देशभक्त राजा पोरस (पुरुषोत्तम) से जो पौरव राष्ट्र के राजा थे, इन दोनों का युद्ध झेलम नदी के किनारे हुआ था जिसको झेलम का युद्ध और पश्चिमी किताबो में इसको Hydaspes Battle कहा जाता है, पश्च्निमी इतिहासकारों ने इसमें सिकंदर को विजयी बताया है और इस युद्ध के बाद उसके वापस लौट जाने के बारे में भी अलग अलग वजहे दी हैं जिस से साबित होता है की सिकंदर इस युद्ध में बुरी तरह हार गया था और भारत के राजा के सामने सिकंदर ने घुटने टेक दिए दिए थे, और पोरस ने उसे क्षमा कर दिया था (जो आदत हम भारतीयों के खून में पहले से ही रहता है ) मैं यह इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि मेरे मन में भी कुछ प्रश्न हैं जो मुझे यह अहसास करवाते है की दुनिया को जीतने वाले सिकंदर ने पोरस के सामने घुटने टेक दिए वह कुछ सवाल यह हैं
सिकंदर को पोरस ने हराया क्योंकि –
- अगर सिकंदर का बचपन से सपना था कि वह भारत (सोने की चिड़िया ) पर राज करेगा, और उतनी दूर से वह फारस जैसी बड़ी सल्तनत को जीतकर यहाँ तक पहुंचा तो फिर वह एक ही लड़ाई लड़कर वापस क्यों चला गया ।
- उसने जितने भी राजाओ को युद्ध में हराया सबका क़त्ल किया तो फिर पोरस तो उसके रस्ते का सबसे बड़ा काँटा था, फिर उसने पुरु (पोरस) को क्यों नहीं मारा ।
- उसने तक्षशिला के देशद्रोही रजा को कहा था की तुम भारत पर युद्ध करने में हमारा साथ दो और फिर पोरस को हराने के बाद मैं तुमको पोरस का सारा राज्य दे दूंगा फिर उसने पोरस का राज्य तक्षशिला के राजा को क्यों नहीं दिया ।
- पश्चिमी इतिहासकारों ने सिकंदर के भारत से वापस जाने की एक सटीक वजह क्यों नही दी, मुझे लगता है उनके इतिहासकारों ने सिकंदर को उसको महान बनाने के लिए झेलम के युद्ध में उसकी जीत लिखी मगर यह झूट है।
तो दोस्तों आपका क्या ख्याल है इस पर comment में जरुर बतायें ।
Muje achh laga ki maine ityas pada hai
thanku bhai
Chakrawarti Samrat Ashoka the great
ko bhul gye
Alexander The Great Ko Chandragupta Maurya Ne Haraya Tha… Aur Uske Bad Selucous ko bhi Haraya
Chandragupta Maurya was a great warrior
Chandragupt ne only selyucas ko haraya tha
Aur raja PORAS ne sikandar ko haraya aisa mana jata hai
Mana nahi jata poras ne haraya hi tha
Alexander The Great Ko Chandragupta Maurya Ne Haraya Tha… Aur Uske Bad Selucous ko bhi Haraya
Chandragupta Maurya was a great warrior
Are bhai aap chakravartin ashoka samrat ko bhul gaye bhai wo mahan yodha 2 number par hai bhai
U r right krishna chandra gupt maurya is a great warrior
The great ASHOKA jisne kaling ke sabse badi sena par vijay prapt ki
Sab jhoot hai poras se sikndar haar gaya tha samjhe
chandragupt murya aur ashok bhi to mahan shasak the.sikandar itna hi mahan tha to murya ki vishal sena se dar kyu bhag gya.aur sikandar se gyada vishal samrajya par ashok ne shasan kiya h
Only one name you can with both
Chhatrapati Shivaji Maharaj
Only on prathviraj chouhan
Bhai Bharat ka koi yoodha nhi hai kya jaise Shivaji Maharaj aur Maharana Pratap????